श्वासनली के सिकुड़ने से गुज़रने वाली हवा का दबाव और गति ठीक उसी तरह से बढ़ जाती है जिस तरह अगर किसी पानी की नली को सिकोड़ा जाए तो पानी ज़्यादा ज़ोर से आता है।
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श्वासनली के सिकुड़ने से गुज़रने वाली हवा का दबाव और गति ठीक उसी तरह से बढ़ जाती है जिस तरह अगर किसी पानी की नली को सिकोड़ा जाए तो पानी ज़्यादा ज़ोर से आता है।